मानसा में मौत पर बवाल: सड़क पर शव रख किया प्रदर्शन, नशा माफिया पर कार्रवाई की मांग!
मानसा में एक युवक की नशे की ओवरडोज से हुई मौत के बाद परिवार के सदस्यों ने सड़क पर शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने सरकार और संबंधित अधिकारियों से मांग की है कि गांव में नशे का कारोबार करने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें आर्थिक मदद प्रदान की जाए। यह घटना तब घटित हुई जब जवाहर गांव के रहने वाले गुरमीत सिंह की ओवरडोज के कारण मृत्यु हो गई थी। मृतक का शव गांव के बाहर से बरामद किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने मृतक के पिता से बयान लेने के बाद मामला दर्ज किया।
परिजनों के अनुसार, उन्होंने मानसा सिरसा रोड पर शव रखकर नशे के व्यापारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। मृतक के पिता, परविंदर सिंह ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में नशे की विक्री खुलेआम हो रही है और पुलिस इस मुद्दे पर उदासीन बनी हुई है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस को कई बार नशे के व्यापारियों के नाम भी बताये हैं, लेकिन अब तक उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। वे लगातार पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं कि सूचना देने के बावजूद पुलिस ने नशे के व्यापारियों के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
परिवार का कहना है कि पुलिस की यह लापरवाही युवाओं की जान ले रही है और नशे का यह कारोबार लगातार बढ़ रहा है। परविंदर सिंह का कहना है कि यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो गांव के कई और युवा इस समस्या का शिकार बन सकते हैं। उन्होंने इसे गंभीर चिंता का विषय बताया और सभी से इस पर ध्यान देने की अपील की।
वहीं, पुलिस द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। डीएसपी बूटा सिंह गिल ने कहा कि मृतक के पिता के बयानों के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि पुलिस जल्द ही नशे के व्यापारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करेगी। उनका कहना था कि पुलिस इस मामले की गंभीरता को समझ रही है और जल्द ही नशे के कारोबार में संलिप्त लोगों को न्याय के कटघरे में लाने का प्रयास करेगी।
यह घटना एक बार फिर से नशे के बढ़ते कारोबार और उसके पीछे की वजहों पर ध्यान केंद्रित करती है। समाज में बढ़ते नशे के मामलों को रोकना बेहद आवश्यक है। परिजनों का प्रदर्शन इस बात का संकेत है कि उन्हें न्याय की उम्मीद है और वे किसी भी तरह से अपने बेटे की मौत का कारण बनने वाले व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं। ऐसे में सरकारी अधिकारियों और पुलिस के लिए यह एक चुनौती है कि वे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ठोस कदम उठाएँ।