गुरदासपुर में 3 नशा तस्कर दबोचे, कनाडा से ऑपरेट हो रहा हेरोइन का गिरोह!
गुरदासपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अंतरराज्यीय ड्रग तस्करी गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस दौरान पुलिस ने उनके कब्जे से 19 लाख 80 हजार रुपए, 253 ग्राम हेरोइन और एक पिस्टल भी बरामद की। ये आरोपी जम्मू से हेरोइन की एक बड़ी खेप लेकर अमृतसर की ओर जा रहे थे। जांच में सामने आया है कि यह ड्रग तस्करों का गिरोह कनाडा से संचालित हो रहा था। पुलिस अधीक्षक बलविंदर सिंह रंधावा ने जानकारी दी कि 28 नवंबर को शुगर मिल पनियाड़ के निकट पुलिस टीम ने नाकाबंदी की थी। इसी दौरान एक संदिग्ध गाड़ी को देख पुलिस ने उसे रोकने का इशारा किया।
गाड़ी के चालक ने जब पुलिस को देखा, तो वह घबरा गया और भागने की कोशिश की। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उसे रोक लिया। गाड़ी में तीन युवक सवार थे, जिनकी पहचान अमनदीप सिंह, अवनीत सिंह उर्फ अबी और दविंदर कुमार उर्फ राहुल के रूप में हुई। ये सभी जम्मू जिले के निवासी हैं। डीएसपी अजय कुमार की उपस्थिति में गाड़ी की सघन तलाशी ली गई, जिसमें पुलिस को 16 लाख 80 हजार रुपए मिले। इसके अलावा, आरोपियों के इशारे पर तीन लाख 11 हजार रुपए, एक पिस्टल और तीन जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए।
इस गिरोह का संचालन मुख्य रूप से शक्ति कुमार और सोनू नामक व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा था, जो अभी कनाडा में रह रहे हैं। पुलिस ने बताया कि शक्ति और सोनू ड्रग्स के कारोबार को कनाडा से ही नियंत्रित कर रहे थे। खास बात यह है कि अवनीत सिंह उर्फ अबी, जिसने हाल ही में जेल से रिहाई पाई थी, की सोनू के भाई के साथ दोस्ती जेल में हुई थी। इस दोस्ती के माध्यम से सोनू ने अवनीत के साथ संपर्क स्थापित किया, जिसके बाद अवनीत ने बाहर आते ही ड्रग्स का कारोबार शुरू कर दिया।
गुरदासपुर पुलिस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर से नशे की समस्या और इसके पीछे के तंत्र को उजागर किया है। भारत में ड्रग्स का यह व्यापार न केवल स्थानीय युवाओं के लिए खतरा बना हुआ है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चुनौती दी जा रही है। पुलिस की भूमिका अब न केवल तस्करों को पकडने में है, बल्कि इसके स्रोतों का पता लगाना भी है, जो इस समस्या को और बढ़ाते हैं। इस प्रकार की घटनाएं सबक देती हैं कि नशा एक गंभीर मुद्दा है और इससे निपटने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा।