फाजिल्का के विशेष थाने की शिफ्टिंग पर किसानों का विरोध, तस्करी बढ़ने की आशंका!
फाजिल्का जिले में स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (एसएसओसी) थाने का स्थानांतरण फिरोजपुर जिले में किए जाने के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन, डकौंदा से जुड़े किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया है। आज किसानों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों से मुलाकात कर स्पष्ट किया कि अगर थाने को स्थानांतरित किया गया, तो वे आंदोलन की चेतावनी देते हैं। भारतीय किसान यूनियन एकता डकौंदा के राज्य स्तरीय उपाध्यक्ष हरीश नड्डा लाधूका ने इस मुद्दे की गंभीरता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि फाजिल्का जिले की भौगोलिक स्थिति उसे एक चुनौतीपूर्ण क्षेत्र बनाती है, क्योंकि यहाँ पाकिस्तान और राजस्थान की सीमाएँ नजदीक हैं।
नड्डा ने बताया कि फाजिल्का के क्षेत्र में नशा तस्करी की समस्या बढ़ती जा रही है और इस समस्या से निपटने के लिए एसएसओसी थाने का गठन किया गया था। उन्होंने कहा कि इस थाने की सक्रियता के कारण नशा तस्करी पर नियंत्रित किया गया है और यदि इसे फिरोजपुर जिले में शिफ्ट कर दिया जाता है, तो इससे तस्करों के हौसले और भी बढ़ सकते हैं। किसानों का आरोप है कि यह स्थानांतरण न केवल क्षेत्र की सुरक्षा को कमजोर करेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा।
किसानों ने यह भी कहा कि फाजिल्का थाने की भौगोलिक स्थिति उसे एक्टिव रहने के लिए अनुकूल बनाती है, क्योंकि यह सरहद के बहुत करीब है। वहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जहाँ इस थाने को स्थानांतरित किया जा रहा है, वहां से सरहद काफी दूर है, जो क्षेत्र की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण कमी पैदा करेगा। उन्हें यह डर है कि इस बदलाव के परिणामस्वरूप नशा तस्करी और अन्य अपराधों में वृद्धि होगी, जिसकी क्षति सीधे तौर पर स्थानीय निवासियों को होगी।
इस संदर्भ में, किसानों ने एडीसी डा. मनदीप कौर को एक मांग पत्र भी सौंपा, जिसमें उन्होंने इस थाने को फाजिल्का से शिफ्ट न करने की अपील की है। किसानों का कहना है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे धरना-प्रदर्शन या अन्य उग्र तरीकों का सहारा लेने के लिए बाध्य होंगे। इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाइयाँ स्थानीय प्रशासन की निर्णय प्रक्रियाओं पर निर्भर करेंगी, लेकिन किसानों की मनोभावना इस बदलाव के खिलाफ एकजुटता से प्रदर्शित हो रही है।
किसानों की इस चिंताओं को देखते हुए, यह महत्वपूर्ण है कि प्रशासन इस मुद्दे का पूरी गंभीरता से मूल्यांकन करे और एक ऐसा निर्णय ले जो न केवल क्षेत्र के विकास के लिहाज से बल्कि स्थानीय जनसांख्यिकी और उनकी सुरक्षा के लिए भी उपयुक्त हो। फाजिल्का की स्थिति और उसके आसपास की समस्याओं को देखते हुए, किसानों की शिकायतों पर उचित ध्यान देने की आवश्यकता है।