फाजिल्का डीसी दफ्तर के बाहर AAP विधायकों का धरना, अमित शाह पर कार्रवाई की मांग!
फाजिल्का के डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के समक्ष आज आम आदमी पार्टी ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में फाजिल्का क्षेत्र के विधायक नरेंद्रपाल सवना और बल्लूआना के विधायक गोल्डी मुसाफिर भी शामिल हुए। ये सभी नेता गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सम्बन्ध में की गई विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर रहे थे। उन्होंने एडीसी के सामने अपनी मांगों का एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने अपने रोष का इज़हार किया।
विधायक नरेंद्रपाल सिंह सवना ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी न केवल अनुचित है, बल्कि यह समाज के उस हिस्से का अपमान भी है, जो बाबा साहेब का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बयानों को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा और अमित शाह के खिलाफ जनमानस में व्यापक असंतोष व्याप्त है। यह असंतोष केवल आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं तक सीमित नहीं है, बल्कि क्षेत्र की विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के सदस्यों ने भी इस पर नाराजगी जताई है।
धरने के दौरान, कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की और बाबा साहेब अंबेडकर के प्रति अपनी श्रद्धांजलि दी। विधायक सवना ने कहा कि यह धरना सिर्फ एक पार्टी का आंदोलन नहीं है, अपितु यह देश के संवैधानिक मूल्यों और बाबा साहेब के प्रति सम्मान की रक्षा के लिए किया जा रहा है। उन्होंने अदालत और राष्ट्रपति से गुहार लगाते हुए मांग की कि गृहमंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाए और उनके प्रति ठोस कदम उठाए जाएं।
इस प्रदर्शन में शामिल विधायक गोल्डी मुसाफिर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि गृहमंत्री की टिप्पणी न केवल गलत है, बल्कि यह संविधान के प्रति उनकी असंवेदनशीलता को भी दर्शाती है। उन्होंने कहा कि भारत में सभी वर्गों और समुदायों के लोग बाबा साहेब को एक प्रेरक नेता मानते हैं और उनके प्रति इस तरह की टिप्पणियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के नेताओं द्वारा दिए गए मांग पत्र में यह भी कहा गया है कि समाज में बढ़ती असमानता और विभाजन को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। प्रदर्शन के अंत में, कार्यकर्ताओं ने एकजुटता की भावना के साथ धरना समाप्त किया, लेकिन यह स्पष्ट कर दिया कि यदि उनकी मांगें नहीं सुनी जाती हैं, तो वे भविष्य में भी इस प्रकार के विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करते रहेंगे।