मौत की सजा पा चुकी केरल की नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई की उम्मीद बरकरार
यमन में सजा-ए-मौत के बावजूद केरल की नर्स निमिषा प्रिया की रिहाई की उम्मीद बरकरार
नई दिल्ली, 31 दिसंबर (हि.स.)। मौत की सजा पा चुकी केरल की नर्स निमिषा प्रिया की मौत की सजा पर यमन के राष्ट्रपति रशद अल-अलीमी की ओर से मुहर लगाए जाने के बाद भी अभी उनकी रिहाई की उम्मीद बरकरार है। दिल्ली हाई कोर्ट में निमिषा प्रिया की मां के वकील रह चुके सुभाष चंद्रन ने कहा कि यमन के राष्ट्रपति के फैसले के बावजूद निमिषा प्रिया का परिवार की ओर से ब्लड मनी देकर जान बचाने का विकल्प बचा हुआ है।
निमिषा प्रिया की मां के वकील सुभाष चंद्रन के मुताबिक यमन में शरिया का कानून चलता है और इस कानून में ब्लड मनी का प्रावधान है। यमन की सुप्रीम कोर्ट ने 13 नवंबर 2023 को निमिषा प्रिया को फांसी से बचने का अंतिम अवसर देते हुए कहा था कि वो मृतक के परिजनों को ब्लड मनी देकर समझौता करे। ऐसे में राष्ट्रपति की ओर से मौत की सजा पर मुहर लगाने के बाद भी अगर मृतक के परिवार वाले ब्लड मनी पर राजी हो जाते हैं तो निमिषा प्रिया की रिहाई संभव है।
दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद निमिषा प्रिया की मां प्रेमा कुमारी 20 अप्रैल को केरल से यमन लिए रवाना हुई थीं। 12 दिसंबर 2023 को दिल्ली हाई कोर्ट ने निमिषा की मां को एक भारतीय नागरिक के साथ यमन जाने की अनुमति दी थी। हाई कोर्ट ने कहा था कि प्रेमा कुमारी अपने स्वयं की जिम्मेदारी पर जाएगी और केंद्र एवं संबंधित राज्य सरकार इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगी। कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि वो प्रेमा कुमारी को यमन जाने के लिए एडवाइजरी में छूट दे जिसके तहत कुछ लोगों को कुछ खास समय के लिए जाने की छूट मिलती है।
उल्लेखनीय है कि 07 मार्च 2022 को यमन की अदालत ने निमिषा प्रिया की अपील को खारिज कर दिया था। निमिषा प्रिया पर 2017 में यमन के नागरिक तलल आब्दो माहदी की हत्या का आरोप है। निमिषा पर आरोप है कि उसने माहदी को नशीला पदार्थ पिलाया जिसके ओवरडोज से उसकी मौत हो गई थी। निमिषा एक प्रशिक्षित नर्स है। उसने 2014 में यमन की राजधानी सना में अपना क्लिनिक स्थापित करने के लिए माहदी से मदद ली।
यमन के कानून के मुताबिक केवल उसके नागरिकों को ही क्लीनिक और व्यावसायिक फर्म स्थापित करने की अनुमति है। बाद में दोनों के संबंध बिगड़ गए और महादी उसे प्रताड़ित करने लगा। महादी ने निमिषा का पासपोर्ट अपने कब्जे में ले लिया। आरोप है कि निमिषा महादी के चंगुल से बचने के लिए एक नर्स के साथ योजना बनाकर नशीले इंजेक्शन दिया जिसके ओवरडोज से उसकी मौत हो गई।
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