अमृतसर में नशे पर नकार का तांडव, मां-बेटे पर गोलियों की बौछार!
पंजाब में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे समाज में चिंता की लहर दौड़ गई है। नशे के लिए आवश्यक पदार्थों की बिक्री करने वाले और खुद सेवन करने वाले लोग बेखौफ घूम रहे हैं, और यह स्थिति越来越 गंभीर होती जा रही है। हाल ही में, अमृतसर के मुस्तफाबाद क्षेत्र में एक गंभीर घटना सामने आई, जहां कुछ युवकों ने रात के समय सरेआम गोलियां चलाईं, जिससे क्षेत्र में भयानक दहशत फैल गई। इसके बाद, पुलिस ने घटना की जांच के लिए मौके पर पहुंचकर शुरूआत की है।
इस घटना के समय वहां मौजूद मंजीत कौर ने बताया कि वह अपने बेटे के साथ बाजार में थीं, जबकि कुछ युवक वहां खड़े थे। ये युवक पहले से ही नशा बेचने का कार्य करते थे। जब मंजीत के बेटे ने उनसे अपील की कि वे नशे का व्यापार बंद करें और बच्चों को अच्छी आदतें सिखाएं, तो ये युवक भड़क गए और स्थिति बिगड़ गई। थोड़ी ही देर में, अन्य आरोपी भी वहां आ गए और बिना किसी डर के गोलीबारी शुरू कर दी। मंजीत कौर और उनके बेटे को अपनी जान बचाने के लिए वहां छिपना पड़ा।
स्थानीय निवासियों में भी इस घटना को लेकर गहरी चिंता है। बलविंदर कौर ने जानकारी दी कि रात में केवल गोलियां ही नहीं चलायी गईं, बल्कि कृपाणों से भी हमला किया गया। उनके मुताबिक, घटना के बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचित किया। हालाँकि, पुलिस के आने में काफी समय लगा और जब पुलिस आई, तो उन्होंने मौके से जानकारी लेकर फिर से लौट गईं। बलविंदर ने बताया कि इस क्षेत्र में नशे का कारोबार पूर्व में भी चिंता का विषय रहा है, लेकिन पुलिस की ओर से कार्रवाई की कमी दिखाई दे रही है।
आज सुबह विजय नगर पुलिस ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि मामले में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और जो भी आरोपी मिले, उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस घटना ने समाज के एक महत्वपूर्ण पहलू को उजागर किया है – नशे का बढ़ता कारोबार और इस पर नियंत्रण की आवश्यकता। यदि यह स्थिति यूं ही बनी रही, तो न केवल कानून और व्यवस्था पर खतरा मंडराता रहेगा, बल्कि युवा पीढ़ी का भविष्य भी अंधकार में जा सकता है। इसलिए, इस समस्या के समाधान के लिए समुदाय और पुलिस को मिलकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि पंजाब जैसे राज्य में नशे के खिलाफ एक ठोस संघर्ष किया जा सके।