पीएम मोदी के चंडीगढ़ दौरे पर सुरक्षा का कड़ा पहरा, 3 दिसंबर को करेंगे आगमन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगामी दौरा 3 दिसंबर को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पीईसी) में होने वाला है, जिसके लिए तैयारियाँ जोर-शोर से चल रही हैं। शुक्रवार रात को प्रशासन और पुलिस के उच्च अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल का दौरा कर निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने अधूरे कार्यों को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही, चंडीगढ़ के प्रशासक ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित कर तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की। यह कार्यक्रम नए कानूनों की समीक्षा तथा चंडीगढ़ पुलिस द्वारा इन्हें पहली बार लागू करने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है, जो 1 जुलाई से देशभर में लागू हुए थे।
पीईसी में आयोजित इस कार्यक्रम में लगभग 15,000 लोग शामिल होंगे, जिनमें कई राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल होंगे। इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर राजिंदरा पार्क में उतरेगा। इसके बाद वे सड़क मार्ग से पीईसी की ओर बढ़ेंगे। सुरक्षा कारणों से राजिंदरा पार्क से पीईसी तक का मार्ग पूरी तरह से बंद रहेगा, और केवल वीवीआईपी मूवमेंट की अनुमति दी जाएगी।
पंजाब पुलिस ने प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करते हुए नयागांव में चेकिंग अभियान शुरू किया है। एसएसपी दीपक पारीक के निर्देश पर, एसपी सिटी, डीएसपी सिटी-1 और खरड़ क्षेत्र के विभिन्न थाना प्रभारियों ने नयागांव में होटलों, पीजी और किराए के मकानों की तलाशी ली। एसएचओ नयागांव, जयदीप जाखड़ ने बताया कि जनता कॉलोनी और आदर्श नगर जैसे क्षेत्रों में किरायेदारों का सत्यापन किया गया। मकान मालिकों को चेतावनी दी गई है कि बिना पुलिस सत्यापन के किसी भी व्यक्ति को मकान किराए पर न दें।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री का ध्यान देश में लागू हुए नए कानूनों पर रहेगा, जिससे सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को और मज़बूत किया जा सके। इस प्रकार के कार्यक्रमों की तैयारी न केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पुलिस विभाग की कार्यशैली और तत्परता को भी दर्शाती है। कार्यक्रम की तैयारियाँ पूरी होने के बाद, यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने संबोधन में किन मुद्दों पर प्रकाश डालते हैं और जनता के साथ किस प्रकार के संवाद स्थापित करते हैं।
इन सभी तैयारियों के बीच, प्रशासन और पुलिस दोनों के अधिकारियों का समर्पण एक सकारात्मक संकेत है कि वे इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए पूरी तरह से तत्पर हैं। यह दौरा निश्चित तौर पर एक महत्वपूर्ण घटना होगी, जिसके बाद न केवल चंडीगढ़ बल्कि पूरे देश में कानूनों के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर नई चर्चा का आरंभ होगा।